nps scheme kya hai

NPS kya hai एनपीएस क्या है?

एनपीएस क्या है चलिए आज जानते हैं इस ब्लॉक में स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग में

एनपीएस 2004 में भारत सरकार के द्वारा भारत के सभी नागरिकों को पेंशन और निवेश की योजना से जोड़ने के लिए शुरू की गई योजना है 2009 से पहले एनपीएस योजना केवल सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और निवेश के लिए बनाई गई थी किंतु 2009 के बाद इसे भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए उपलब्ध कर दिया गया है


इस योजना के तहत प्रत्येक व्यक्ति अपने रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली पेंशन के लिए निवेश करता है इसलिए हम कह सकते हैं कि एनपीएस 2004 में चालू की गई भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत प्रत्येक कर्मचारी व नौकरी करने वाला व्यक्ति अपनी पेंशन हेतु इस योजना में निवेश करता है और इसके द्वारा अपने रिटायरमेंट के उपरांत पेंशन पाता है 


एनपीएस का फुल फॉर्म क्या है? राष्ट्रीय पेंशन योजना | National Pension System (NPS) in Hindi

नेशनल पेंशन सिस्टम (राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली) एनपीएस का फुल फॉर्म है । भारत सरकार की शुरू की गयी  एक रिटायरमेंट योजना  हैं।



एनपीएस खाता क्या है?

एनपीएस एक निवेश खाता है जिसमें व्यक्ति के द्वारा हर महीने अपने तनख्वाह से निवेश किया जाता है जिससे उहे रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिल सके। एनपीएस खाता दो प्रकार का होता है

  1. टियर-I खाता - यह एक प्राथमिक खाता होता है जिसमें पैसे निकालने की अनुमति नहीं होती जब तक व्यक्ति 60 वर्ष का नहीं हो जाता।

  2. टियर-II खाता - यह एक स्वैच्छिक खाता होता है जिससे कभी भी पैसे निकाले जा सकते हैं।


एनपीएस के लाभ (एनपीएस के फायदे)

राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS), भारतीय सरकार की महत्वपूर्ण योजना है"" , जो समाज के सभी वर्गों को वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। इसमें लोग अपने योगदान का हिस्सा देते हैं और उन्हें बदलते जीवन के दौरान पेंशन की गारंटी मिलती है।


  1. कर लाभ - एनपीएस निवेश में 1.5 लाख तक का निवेश टैक्स-फ्री होता है।

  2. सुरक्षित भविष्य - आपके आपके भविष्य को सुरक्षित रखने के रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित पेंशन मिलती है

  3. कम लागत वाला निवेश - एनपीएस में कम खर्चे में अच्छी रिटर्न मिलती है।

  4. लचीलापन - आप अपनी जरूरत के अनुसार अपने निवेश का आवंटन बदल सकते हैं

एनपीएस में पेंशन कब तक मिलती है?

नोकरी लगने के साथ ही हर महीने अपने सैलरी से एनपीएस में बेसिक और महगाई भत्ते (DA) का 10% निवेश करते हुए 60 साल की उम्र होने पर रिटायर होने के बाद आपको पेंसन मिलने लगती है

एनपीएस किसके लिए है?

18 से 65 वर्ष की आयु के बीच हर व्यक्ति के लिए एनपीएस उपलब्ध है चाहे आप वेतनभोगी कर्मचारी हों या स्वरोजगार करने वाले, आप एनपीएस का लाभ उठा सकते हैं

एनपीएस कैसे खोलें?

किसी भी अधिकृत बैंक या वित्तीय संस्थान में जाकर आप एनपीएस खाता खोल सकते है आप एनपीएस खाता ऑनलाइन भी खोल सकते हैं। इसके लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड और एक प्रारंभिक जमा राशि की आवश्यकता होती है।

एनपीएस क्यों जरूरी है?

यदि आप अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, तो एनपीएस एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। आज के समय में कोई वेतनभोगी कर्मचारी हो या स्वरोजगार सभी के लिए वित्तीय सुरक्षा बहुत जरूरी है। एनपीएस एक अच्छी योजना है जो आपको रिटायरमेंट के बाद एक सुरक्षित जीवन जीने में मदद करती है।

पेंशनर की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी को कितनी पेंशन मिलती है?

आमतौर पर भारत में, पति की मृत्यु के बाद पेंशन पत्नी को दी जाती है। आमतौर पर यह पेंशन पति के वेतन का 30-50% हिस्सा होता है। अगर सरकारी कर्मचारी की नौकरी के दौरान या रिटायरमेंट के 7 वर्ष के भीतर मृत्यु हो जाती है, तो पत्नी को पेंशन का भुगतान अंतिम वेतन के 50% के बराबर किया जाता है।

एनपीएस वत्सल्य योजना क्या है?

एनपीएस वत्सल्य योजना एक विशेष पेंशन योजना है जो विशेष रूप से बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई है। इस योजना के माध्यम से बच्चों के लिए एक सुरक्षित भविष्य तैयार किया जाता है, जिसमें उनके भविष्य के लिए एक पेंशन फंड तैयार होता है।


आशा है कि आपको एनपीएस के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप और कोई सवाल पूछना चाहते हैं, तो कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं!


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